बलिया की बांसडीह विधायक केतकी सिंह का एक बयान सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। देवी जागरण कार्यक्रम में उन्होंने दावा किया कि पहलगाम गोलीबारी के दौरान हमलावरों ने लोगों से धर्म की पहचान पूछकर हत्या की थी। देवडीह गांव में आयोजित कार्यक्रम में विधायक ने कहा- “जब पहलगाम में गोली चली, 26 लोग मारे गए। वहां किसी से जाति नहीं पूछी गई, बल्कि यह पूछा गया कि तुम हिंदू हो या मुसलमान। जिसने कहा कि वह हिंदू है, और पाया गया कि वह हिंदू है, उसे कपड़े उतारकर मारा गया।” वायरल वीडियो में बीजेपी विधायक आगे कहती दिख रही हैं कि देवी-देवता केवल आशीर्वाद देने की मुद्रा में ही नहीं होते, बल्कि एक हाथ में अस्त्र भी रखते हैं। उन्होंने कहा कि आज हिंदुओं के पास मोबाइल और साधन तो हैं, लेकिन अस्त्र-शस्त्र का ज्ञान नहीं है, जिसकी आवश्यकता है। केतकी सिंह ने अगली पीढ़ी को अस्त्र-शस्त्र और धर्म के प्रति सचेत रहने की शिक्षा देने की बात कही। उन्होंने कहा कि पिछली पीढ़ियों ने यह ज्ञान नहीं दिया, जिसके लिए वह खुद को दोषी मानती हैं। विधायक ने स्पष्ट किया कि यह शिक्षा लड़कियों और लड़कों दोनों को समान रूप से दी जानी चाहिए। कार्यक्रम में उन्होंने हिंदू धर्म की प्राचीनता का उल्लेख करते हुए श्रीरामचंद्र जी के जन्म को पांच हजार वर्ष पुराना बताया और अन्य धर्मों से तुलना की। उन्होंने कहा कि जब लोग खाना खाने का तरीका भी नहीं जानते थे, तब हमारे ऋषि-मुनि ज्योतिष से ग्रहों की गिनती कर लेते थे।