बुलंदशहर में साइबर ठग लगातार लोगों को निशाना बना रहे हैं। साइबर पुलिस की रिपोर्ट के अनुसार, जिले के लोग हर महीने लगभग एक करोड़ रुपए की ठगी का शिकार हो रहे हैं। पिछले एक साल में बुलंदशहर में कुल 12.52 करोड़ रुपए की साइबर ठगी के मामले दर्ज किए गए हैं। इन मामलों में कार्रवाई करते हुए साइबर थाना बुलंदशहर ने महत्वपूर्ण सफलता हासिल की है। पुलिस ने ठगों के खातों में कुल 3,32,31,139 रुपए की राशि को होल्ड करवा दिया है, ताकि आरोपी इसे निकाल न सकें। पुलिस ने ठगी गई रकम को पीड़ितों तक वापस पहुंचाने में भी कामयाबी हासिल की है। अब तक होल्ड की गई राशि में से 1,93,67,596 रुपए पीड़ितों के बैंक खातों में वापस करा दिए गए हैं। इसके अतिरिक्त, पुलिस ने ठगों के खातों में फंसे 1,93,86,858 रुपए को भी पीड़ितों तक पहुंचाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि बैंकिंग प्रक्रिया पूरी होते ही यह शेष राशि भी पीड़ितों को लौटा दी जाएगी। साइबर पुलिस के अनुसार, दर्ज मामलों में लोग मुख्य रूप से इन तरीकों से ठगी का शिकार हुए हैं: केवाईसी अपडेट के नाम पर फोन और लिंक, ऑनलाइन ट्रेडिंग और लोन ऐप्स, सोशल मीडिया पर फ्रेंड रिक्वेस्ट, लॉटरी और इनाम के झांसे, फर्जी कस्टमर केयर नंबर तथा नकली बैंक कॉल और ओटीपी फ्रॉड। एसपी क्राइम नरेश कुमार ने लोगों से अपील की है कि वे किसी भी अनजान लिंक पर क्लिक न करें और अपना ओटीपी, बैंक डिटेल या पिन किसी के साथ साझा न करें। किसी भी संदिग्ध लेन-देन की जानकारी तुरंत हेल्पलाइन नंबर 1930 पर दें। बैंक या किसी अन्य संस्था से फोन आने पर उसकी पुष्टि अवश्य करें।