कुशीनगर के विशुनपुरा थाना क्षेत्र के मिश्रौली गांव में अंधविश्वास के चलते एक महिला को उसके ससुर और देवर ने कथित तौर पर पीटा। उन पर आरोप है कि देवर के बीमार बच्चे के इलाज की जगह उन्होंने महिला पर जादू-टोना करने का शक जताया। इस मारपीट में महिला गंभीर रूप से घायल हो गई, जिसे उसके पति के दोस्त ने जिला अस्पताल में भर्ती कराया है। पीड़िता की पहचान नेयाज की पत्नी जशीदा के रूप में हुई है। उसके साथ आए असगर अली ने बताया कि जशीदा के पति विदेश में रहते हैं। वह अपने चार बच्चों के साथ अपने ससुर और देवर से अलग रहती है। दोनों परिवारों के बीच कोई खास संबंध नहीं है। असगर अली के अनुसार, कुछ दिनों से देवर आलम के चार वर्षीय इकलौते बेटे को बुखार और उल्टी हो रही है। बच्चे को उचित उपचार दिलाने के बजाय, देवर के घर की महिलाएं जादू-टोना और अंधविश्वास में पड़ गई थीं। जशीदा के मुताबिक, सोमवार को देवर आलम और ससुर इद्रीस कुछ ग्रामीणों के साथ उसके घर पहुंचे। उन्होंने जशीदा पर जादू-टोना करने का आरोप लगाया और उसे "डायन" कहकर संबोधित किया। इसके बाद ससुर और देवर ने ईंट से उस पर हमला कर दिया, जिससे उसके सिर, कमर और कान पर गंभीर चोटें आईं। ग्रामीणों ने बीच-बचाव कर उसे बचाया। बाद में, जशीदा के पति ने अपने दोस्त असगर को उसे इलाज के लिए भेजने को कहा। उसे पहले सीएचसी ले जाया गया, जहां से उसे कुशीनगर मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया। फिलहाल, उसका इलाज वहीं चल रहा है। इस मामले पर विशुनपुरा थाना प्रभारी आनंद गुप्ता ने बताया कि अभी तक थाने में कोई लिखित शिकायत नहीं मिली है। हालांकि, उन्हें मीडिया के माध्यम से घटना की जानकारी मिली है। उन्होंने कहा कि मामले की जांच कराई जा रही है और जांच के आधार पर आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी।