महोबा की सीमा से लगे रतवा गांव में विवाहिता प्रीतम की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। मृतका के मायके पक्ष ने पति और ससुराल पक्ष पर हत्या और लगातार प्रताड़ना के गंभीर आरोप लगाए हैं। पुलिस ने जिला अस्पताल पहुंचकर शव को कब्जे में लिया। शव मॉर्च्युरी में रखवा दिया है। शव का पोस्टमॉर्टम शुक्रवार को कराया जाएगा। महोबा के भरवारा गांव निवासी सतीश ने बताया कि उनकी बहन प्रीतम की शादी 6 साल पहले हमीरपुर के रतवा गांव निवासी करण के साथ हुई थी। शादी के बाद से ही पति करण शराब पीकर प्रीतम के साथ मारपीट करता था। सतीश ने आरोप लगाया कि करण के अलावा जेठ, जेठानी और अन्य ससुरालीजन भी प्रीतम को आए दिन परेशान और प्रताड़ित करते थे। प्रीतम की एक दो वर्षीय बेटी भी है। भाई सतीश का कहना है कि बेटी के जन्म के बाद प्रीतम को उम्मीद थी कि पति के व्यवहार में बदलाव आएगा और उनका जीवन सुधरेगा, लेकिन करण का बर्ताव और हिंसक होता गया। प्रीतम की चाची अनीता ने भी पति करण पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि करण किसी अन्य महिला के संपर्क में था और उसी के चलते अपनी पत्नी को प्रताड़ित करता था। उसने प्रीतम के जेवर भी गिरवी रख दिए थे, और जब प्रीतम ने इसका विरोध किया तो उसकी बेरहमी से पिटाई की गई। सतीश के अनुसार, गुरुवार को अचानक उन्हें फोन आया कि उनकी बहन की तबीयत खराब है और उसे महोबा अस्पताल लाया जा रहा है। कुछ देर बाद फिर सूचना मिली कि प्रीतम की मौत हो गई है। यह सुनकर परिजन अस्पताल पहुंचे तो वहां हंगामा हो गया। मायके पक्ष का आरोप है कि प्रीतम के शरीर पर चोटों और जख्मों के निशान मिले हैं, जो स्पष्ट रूप से मारपीट की ओर इशारा करते हैं। परिजनों ने आशंका जताई है कि इसी प्रताड़ना के चलते प्रीतम की हत्या की गई है। वहीं, पुलिस का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए मॉर्च्युरी में रखवाया गया है और रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।