जिले की मिल्कीपुर तहसील में पिछले करीब छह माह से तहसीलदार का पद रिक्त होने के कारण प्रशासनिक कार्य बुरी तरह प्रभावित हो रहे हैं। तहसील से जुड़े जरूरी कामों के लिए क्षेत्रीय लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। एक ही काम के लिए लोगों को कई-कई दिनों तक तहसील के चक्कर लगाने पड़ रहे हैं। जानकारी के अनुसार, मिल्कीपुर के पूर्व तहसीलदार सुमित कुमार सिंह का पदोन्नति के बाद उप जिलाधिकारी पद पर स्थानांतरण हो गया था। उनके स्थानांतरण के बाद से अब तक तहसीलदार की स्थायी तैनाती नहीं हो सकी है। इससे राजस्व संबंधी कार्य, दाखिल-खारिज, प्रमाण पत्र, भूमि विवाद जैसे मामलों का निस्तारण प्रभावित हो रहा है। वर्तमान में नायब तहसीलदार के भरोसे किसी तरह कामकाज चलाया जा रहा है। बीच में रुदौली में तैनात तहसीलदार को अतिरिक्त प्रभार दिया गया था, लेकिन कुछ समय बाद उनसे भी यह प्रभार वापस ले लिया गया। इसके बाद से तहसीलदार कार्यालय लगभग निष्क्रिय स्थिति में है। हाल ही में तहसील समाधान दिवस के दौरान इस संबंध में जब एडीएम प्रशासन अनिरुद्ध प्रताप से जानकारी ली गई, तो उन्होंने बताया कि तहसीलदार की तैनाती शासन स्तर से की जाती है और सरकार जब निर्णय लेगी, तब नियुक्ति होगी। तहसील क्षेत्र के लोगों और अधिवक्ताओं का कहना है कि तहसीलदार की अनुपस्थिति से आमजन को अनावश्यक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। अधिवक्ताओं ने प्रशासन से शीघ्र तहसीलदार की तैनाती की मांग की है। उनका कहना है कि यदि जल्द समाधान नहीं हुआ तो जनसमस्याएं और बढ़ेंगी। फिलहाल, छह माह बीत जाने के बावजूद कोई ठोस कार्रवाई न होने से लोगों में नाराजगी बढ़ती जा रही है और प्रशासनिक व्यवस्था पर सवाल खड़े हो रहे हैं।