राजकीय मुड़िया पूर्णिमा मेला 4 से 11 जुलाई के दौरान श्रद्धालुओं को सुरक्षित यात्रा सुविधा देने के लिए उत्तर प्रदेश परिवहन निगम ने व्यापक तैयारियां शुरू कर दी हैं। मंगलवार को परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक मासूम अली सरवर ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सात क्षेत्रों के क्षेत्रीय प्रबंधकों और मुख्यालय के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ महत्वपूर्ण बैठक की। बैठक में मेला अवधि में बसों की सुचारू व्यवस्था को लेकर निर्देश जारी किए गए। 1000 बसों की तैनाती, सभी क्षेत्र भेजेंगे डबल क्रू बैठक में तय हुआ कि आगरा क्षेत्र के मथुरा डिपो के लिए कुल 1000 बसें अलग-अलग क्षेत्रों से भेजी जाएंगी। इसमें आगरा से 250, अलीगढ़ से 150, गाजियाबाद से 150, मेरठ से 100, इटावा से 150, मुरादाबाद से 100 और बरेली से 100 बसें शामिल रहेंगी। सभी बसें डबल क्रू के साथ 3 जुलाई तक मथुरा पहुंचनी होंगी। प्रत्येक क्षेत्र से तैनात होंगे अधिकारी, कर्मचारी सभी बाहर से आने वाले क्षेत्र एक-एक क्षेत्रीय अधिकारी, एक उपाधिकार और 8 लिपिक मेला संचालन के लिए भेजेंगे। शेष व्यवस्थाएं और तैनाती आगरा क्षेत्र की तरफ से की जाएगी। संवेदनशील बिंदुओं पर त्वरित कार्रवाई के लिए इंटरसेप्टर व क्यूआरटी टीमें भी रहेंगी। तकनीकी टीमें रहेंगी तैयार, तीन स्थानों पर क्रेन तैनात बसों के संचालन में किसी तरह की तकनीकी दिक्कत आने पर विशेष टीमें तत्काल मौके पर पहुंचकर मरम्मत का काम करेंगी। इसके साथ ही तीन संवेदनशील प्वाइंट—धौलीप्याऊ पार्किंग ग्राउंड, गोवर्धन चौराहा और अड़ींग—पर क्रेन भी तैनात रहेंगी ताकि ट्रैफिक जाम या ब्रेकडाउन की स्थिति में त्वरित समाधान हो सके। यात्रियों की सुविधा के लिए तय होंगे रूट और किराया श्रद्धालुओं की आवाजाही को आसान बनाने के लिए बसें भूतेश्वर बस स्टेशन और मालगोदाम रेलवे गेट नंबर-2 से संचालित की जाएंगी। गोवर्धन जाने के लिए रूट गोवर्धन चौराहा-अड़ींग रहेगा, जबकि वापसी में सोंख मंडी-नरहौली चौराहा-धौलीप्याऊ रूट तय किया गया है। गोवर्धन तक आने-जाने का किराया ₹50 प्रति यात्री तय किया गया है। निर्देश दिए गए हैं कि कोई भी चालक/परिचालक बस सड़क पर खड़ी कर जाम की स्थिति न उत्पन्न करे और बिना अनुमति बस छोड़कर न जाए।