मेरठ में विश्व फार्मासिस्ट दिवस परआईएमए हॉल में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसमें जिले भर के सभी सीएचसी और पीएचसी के फार्मासिस्ट समेत मेडिकल और जिला अस्पताल के कर्मी भी मौजूद रहे । सीएमओ डॉ अशोक कटारिया ने मरीज को स्वस्थ बनाने में फार्मासिस्ट की अहम भूमिका विस्तार से बताई। रसोई की तरह चलता है फार्मा स्टोर
एसोसिएशन के अध्यक्ष बिजेंद्र सिंह ने कहा कि फार्मा स्टोर भी रसोई की तरह ही चलता है। जिस प्रकार ग्रहणी खाने को इस हिसाब से तैयार करती है जिस से सभी का पेट भी भर जाए और किसी सामान का नुकसान न हो। उसी प्रकार फार्मासिस्ट भी यही चाहता है कि सभी दवाइयां जो मरीज को चाहिए वह हमारे पास उपलब्ध हो और कोई दावा एक्सपायर न हो। इंसान कभी भी सब कुछ नहीं सीख सकता डिप्टी सीएमओ डॉ सुधीर कुमार ने बताया हम रोज कुछ न कुछ नया सीखते हैं। मरीज , डॉ , तीमारदार हम किसी से भी कुछ नया सीख सकते हैं। इंसान में हमेशा नया सीखने की ललक होनी चाहिए । फार्मासिस्ट एक अहम कड़ी बनकर मदद मरीज को बीमारी के प्रति जागरूक करते हुए उसको बेहतर तरीके से समझता है। अहम कड़ी है फार्मासिस्ट सीएमओ डॉ अशोक कटारिया ने फार्मासिस्ट को संबोधित करते हुए कहा कि डॉ जब मरीज को दवा लिख कर दे देता है तो उसके बाद वह अपने सभी सवाल जैसे दवा कैसे लेनी है, कौनसी कब लेनी है , यह क्या काम करेगी जैसे सवाल फार्मासिस्ट से ही पूछता है । ऐसे में फार्मासिस्ट मरीज और डॉ के बीच एक ऐसी कड़ी होता है जो दोनों को एक दूसरे के प्रति जागरूक करता है। ये फार्मासिस्ट रहे मौजूद इस अवसर पर गजेन्द्र सिंह, पी.एन. डंगवाल, आशीष कुमार, सतीश गिरी, मनोज कुमार, यूसुफ गहलोत, विनोद कुमार मलिक, नवीन कुमार, मनोज त्यागी, विकास चौधरी, रोहित यादव, गौरव वशिष्ठ, दीपांकर सहित अनेक फार्मासिस्ट शामिल रहे।