ग्रोइंग वर्ल्ड फाउंडेशन क्लब ने सावन की फुहारों के बीच "शाम पड़ गए झूले, सावन ऋतु आई" थीम पर रूबरू रेस्टोरेंट में तीज, शिवरात्रि और रक्षाबंधन का भव्य उत्सव मनाया। क्लब की फाउंडर शिखा गुप्ता ने गणेश वंदना के साथ कार्यक्रम की शुरुआत की। राधिका अत्रे और पूनम सिंघल ने आयोजन की रूपरेखा प्रस्तुत की, जिसमें तीज की परंपराओं को नृत्य, कविता और गीतों के माध्यम से जीवंत किया गया। मेहंदी, झूले और सावन के गीतों ने समारोह में उत्साह का रंग भरा। नृत्य और कविताओं ने बांधा समां
नीता कौशिक और सोनू ने "जय जय शिव शंकर" पर भक्ति भरा नृत्य प्रस्तुत किया, तो नीलम सिंह ने "झुमका बरेली बाला" पर सबको थिरकने पर मजबूर कर दिया। ज्योति की "बिंदिया चमकेगी", राखी भारती की "बरसात में" और रेनू क्षमा की "मेरी राखी की डोर" प्रस्तुतियों ने रक्षाबंधन और तीज का अनूठा संगम रचा। सिंधु, मंजू, पारुल, सरिता, शशि, दीपा, नीलम, सुनीता, संगीता, नीरज और अनीता ने मेहंदी थीम पर रंगारंग नृत्य पेश किए। कनिका गोयल और आंचल के मधुर मंच संचालन ने दर्शकों का मन मोह लिया। कविताओं में सावन की रिमझिम और तीज की परंपराओं का सुंदर चित्रण हुआ, जिसने सभी को भावविभोर कर दिया। चटपटे व्यंजनों ने बढ़ाया स्वाद
तीज की परंपराओं के अनुरूप मेहंदी रचाने और झूले झूलने का दौर चला। सभी प्रतिभागियों को आकर्षक उपहार दिए गए, और तीज क्वीन का चयन समारोह का मुख्य आकर्षण रहा। भोजन में गुझिया, मालपुआ, खीर और चटपटे समोसे जैसे पारंपरिक व्यंजनों ने सावन के उत्सव का स्वाद दोगुना कर दिया। सदस्यों ने एक-दूसरे को तीज और रक्षाबंधन की शुभकामनाएं दीं, जिससे आयोजन में सांस्कृतिक एकता और उत्साह का अनूठा मेल देखने को मिला। यह समारोह सावन की मस्ती और परंपराओं का जीवंत उत्सव बन गया।