मेरठ में मिशन शक्ति 5.0 अभियान के तहत चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के सुभाष चंद्र प्रेक्षागृह में साइबर सुरक्षा जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। शनिवार को हुए इस कार्यक्रम में साइबर अपराधों की रोकथाम, ऑनलाइन सुरक्षा और डिजिटल साक्षरता पर विस्तृत प्रशिक्षण प्रदान किया गया। कार्यक्रम में एडीजी जोन और पुलिस डीआईजी परिक्षेत्र सहित कई वरिष्ठ पुलिस अधिकारी उपस्थित रहे। उत्तर प्रदेश के डीजीपी और एडीजी कानून व्यवस्था ने ऑनलाइन माध्यम से प्रतिभागियों को संबोधित किया। वक्ताओं ने बढ़ते साइबर अपराधों के मद्देनजर डिजिटल सतर्कता की आवश्यकता पर जोर दिया। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य महिलाओं, विद्यार्थियों, समाज के विभिन्न वर्गों और पुलिस बल को ऑनलाइन ठगी, डेटा सुरक्षा, सोशल मीडिया व ई-बैंकिंग से जुड़ी सुरक्षा सावधानियों के प्रति जागरूक करना था। विशेषज्ञों ने बताया कि साइबर अपराधी लगातार नए तरीकों से लोगों को निशाना बना रहे हैं, इसलिए सतर्कता ही सबसे बड़ा बचाव है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि मिशन शक्ति 5.0 केवल महिला सशक्तिकरण तक सीमित नहीं है, बल्कि यह डिजिटल सशक्तिकरण की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम है। प्रतिभागियों को साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 और "cybercrime.gov.in" पोर्टल के उपयोग के बारे में भी जानकारी दी गई। अधिकारियों ने सभी से स्वयं जागरूक रहने और दूसरों को भी साइबर सुरक्षा के प्रति जागरूक करने की अपील की, ताकि एक सुरक्षित और साइबर-प्रबुद्ध समाज का निर्माण हो सके।