गोरखपुर के गुलरिहा इलाके में दो साल के मासूम सूरज की बीमारी से मौत हो गई। सूरज के माता-पिता एक साल पुराने जमीन विवाद के मारपीट केस में जेल में बंद हैं। वह और उसकी तीन साल की बहन नाना गिरधारी पटेल के पास रहते थे। करीब एक माह पहले सूरज अपनी मां से जेल में मिला था, तब से वह बार-बार मां को पुकारता रहता था। मां के पास जाने की जिद करते-करते वह बीमार पड़ा और सोमवार को इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। बेटे की मौत के बाद नाना गिरधारी पटेल सूरज का शव लेकर जेल पहुंचे, ताकि उसे आखिरी बार माता-पिता से मिलवा सकें। लेकिन, कानूनी पेंच की वजह से जेल प्रशासन ने अनुमति नहीं दी। इससे आक्रोशित ग्रामीणों ने डुमरी नंबर दो, खपड़हवा चौकी के पास भटहट-बांसस्थान मार्ग पर शव रखकर जाम कर दिया। सूचना पर पहुंची गुलरिहा पुलिस ने समझा-बुझाकर जाम खुलवाया और शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। नाना गिरधारी का कहना है कि उन्होंने बार-बार प्रशासन से गुहार लगाई थी कि सूरज को उसकी मां के पास भेज दिया जाए, पर किसी ने ध्यान नहीं दिया। अगर भेजा गया होता तो शायद सूरज आज जिंदा होता। पढ़ें पूरी खबर... AMU में कलमा पढ़ने से इनकार पर छात्र की पिटाई, पिस्टल की बट से सिर फोड़ा अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (AMU) के सिटी स्कूल के 11वीं के छात्र प्रशांत राठी की यूनिवर्सिटी के कुछ छात्रों ने बेरहमी से पिटाई कर दी। पीड़ित का आरोप है कि आरोपियों ने उससे कलमा पढ़ने को कहा, लेकिन इनकार करने पर उसे जमीन पर गिरा-गिराकर पीटा और पिस्टल की बट से सिर पर वार किया, जिससे वह लहूलुहान हो गया। अन्य छात्रों ने बीच-बचाव कर उसकी जान बचाई। घायल प्रशांत को जेएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। घटना के बाद एएमयू प्रॉक्टर प्रो. वसीम अली ने बताया कि मारपीट करने वाले छात्र यूनिवर्सिटी के वर्तमान या पूर्व छात्र बताए जा रहे हैं, जांच के बाद दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि “कलमा पढ़वाने” जैसी बात सामने नहीं आई है। वहीं, सिविल लाइंस थाना प्रभारी पंकज मिश्रा ने बताया कि यह मामला छात्रों के बीच आपसी विवाद का है। पुलिस ने पीड़ित की तहरीर लेकर मुकदमा दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है और आरोपियों की तलाश के लिए सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं। पढ़ें पूरी खबर... झांसी में रिटायर्ड फौजी के इकलौते बेटे ने सुसाइड किया, चाचा बोले- नौकरी न लगने से डिप्रेशन में जहर खाया झांसी में रिटायर्ड फौजी राजीव कुमार के इकलौते बेटे राहुल (24) ने सोमवार को जहर खा लिया और इलाज के दौरान झांसी मेडिकल कॉलेज में दम तोड़ दिया। चाचा अजेंद्र सिंह यादव ने बताया कि राहुल बीएलएड पास कर चुका था और टेट भी पास किया था, लेकिन नौकरी न लगने की वजह से वह लंबे समय से डिप्रेशन में था। 24 अक्टूबर की रात उसने छत पर जाकर जहरीला पदार्थ सेवन किया, जिसके बाद परिजन उसे अस्पताल लेकर आए, लेकिन उसकी जान नहीं बच सकी। राहुल जालौन के एट थाना क्षेत्र के पिरौना गांव का रहने वाला था। उसके पिता राजीव लगभग 6 साल पहले सेना से रिटायर्ड हुए थे और बेटे के साथ घर में रहते थे। परिवार ने बताया कि राहुल पढ़ाई में होनहार था और माता-पिता के लिए इकलौता संतान था। उसकी मौत के बाद पूरे घर में गहरा शोक छा गया है। पढ़ें पूरी खबर...