उत्तर प्रदेश सरकार के दो कैबिनेट मंत्रियों ने फतेहपुर के हरिओम पासवान के परिजनों से मुलाकात की, जिनकी रायबरेली में पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी। मंत्रियों ने परिवार को 13 लाख 50 हजार रुपये का चेक सौंपा और आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया। उन्होंने जनता से अफवाहों से दूर रहने की अपील भी की। फतेहपुर जिले के सदर कोतवाली क्षेत्र के तुरवबली का पुरवा निवासी गंगादीन पासवान के 40 वर्षीय पुत्र हरिओम की 1 अक्टूबर को रायबरेली जिले के गदागंज में ग्रामीणों ने चोर बताकर पीट-पीटकर हत्या कर दी थी। बताया गया कि मृतक ने अंतिम समय में राहुल गांधी का नाम लिया था। हरिओम की मौत के बाद कांग्रेस नेताओं ने भी मृतक के परिवार से मुलाकात की थी। शनिवार दोपहर 3:30 बजे, यूपी सरकार में कैबिनेट मंत्री राकेश सचान और समाज कल्याण मंत्री अरुण असीम अपने काफिले के साथ मृतक हरिओम के घर पहुंचे। उन्होंने परिजनों से मुलाकात की और कैबिनेट मंत्री राकेश सचान ने मृतक के पिता गंगादीन को सरकार की ओर से आर्थिक सहायता का चेक प्रदान किया। मंत्री राकेश सचान ने बताया कि हरिओम रायबरेली जिले में किसी काम से गए थे, जहां गदागंज गांव के ग्रामीणों ने उन्हें चोर समझकर हत्या कर दी। उन्होंने कहा कि रायबरेली पुलिस ने वीडियो के आधार पर 21 लोगों की पहचान की है, जिनमें से 12 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। उन्होंने आश्वासन दिया कि किसी भी आरोपी को बख्शा नहीं जाएगा। समाज कल्याण मंत्री अरुण असीम ने जानकारी दी कि मृतक हरिओम की पत्नी और बेटी रायबरेली जिले में रहती हैं, जबकि माता-पिता, भाई-बहन फतेहपुर में। इसलिए सरकार द्वारा दी गई 13 लाख 50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता दोनों स्थानों पर विभाजित कर दी गई है। उन्होंने यह भी बताया कि मृतक की बहन कुसुम और भाई शिवम को उनकी योग्यता के अनुसार सरकारी नौकरी दी जाएगी। मंत्रियों ने जनता से पश्चिम की ओर से फैलाई जा रही "ड्रोन आया, चोर आया" जैसी अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की। उन्होंने कहा कि ऐसी कोई भी संदिग्ध गतिविधि होने पर तुरंत पुलिस को सूचना दें।