यूपी में 5500 रुपए में कट्‌टा:मिठाई की दुकान और शॉपिंग मॉल में बिक रहे, तस्कर बोला- 75 हजार में रिवॉल्वर

Oct 7, 2025 - 06:00
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यूपी में 5500 रुपए में कट्‌टा:मिठाई की दुकान और शॉपिंग मॉल में बिक रहे, तस्कर बोला- 75 हजार में रिवॉल्वर
ये है देसी कट्‌टा… 6 हजार रुपए मांगे हैं, लेकिन 5500 रुपए में लगा देंगे। ये नया है भैया… चला नहीं है। देखो… मैं बताऊं तुमको, ये चलने के बाद सेट हो जाएगा। 1-2 बार चलने के बाद बढ़िया हो जाएगा। यह कहना है अवैध हथियारों के तस्कर अंकित का। ये कासगंज जिले के भरगैन गांव में मिठाई की दुकान में देसी कट्‌टा बेच रहा। इसने पहले रेट बताए, फिर यह भी बताया कि मेन तस्कर कौन है? ये केवल कासगंज में हो रहा है, ऐसा नहीं है। यूपी के कई जिलों में आसानी से कट्‌टे, पिस्टल, रिवॉल्वर मिल रहे हैं। कुछ दिन पहले मुरादाबाद के पाकबड़ा क्षेत्र से 8 देसी कट्‌टे के साथ 2 लोग पकड़े गए थे। इसके बाद क्या हथियारों की तस्करी पर अंकुश लगा? क्या अब भी आसानी से हथियार बिक रहे? इन सवालों के जवाब के लिए दैनिक भास्कर की टीम ने यूपी के कासगंज, कुशीनगर और लखनऊ में इन्वेस्टिगेशन किया। यहां हमें कुछ पुराने अपराधी मिले, जिन्होंने दलालों से मिलवाया। इनके जरिए हम तस्कर तक पहुंचे। पढ़िए, तस्करी का पूरा खुलासा… शुरुआत कासगंज जिले से... लोकल सोर्स से पता चला कि भरगैन गांव में दलाल सक्रिय हैं, जो देसी कट्‌टे के तस्करों से सौदे करा रहे। हम 7 दिन तक गांव में रुके। इस बीच तस्करों तक सूचना गई कि हमें कट्‌टा चाहिए। 7वें दिन तस्कर अंकित ने हमें गांव में मिठाई की दुकान पर बुलाया। तस्कर से हुई बातचीत से साफ हो गया कि यहां कई लोग ये काम कर रहे हैं। क्या हथियारों की तस्करी यूपी के और जिलों में भी चल रही? यह जानने के लिए हम कुशीनगर पहुंचे। यहां लोकल सोर्स से पता चला कि पडरौना कस्बे में कुछ दलाल कट्‌टा दिला रहे हैं। यहां 10 दिन रहकर दलालों से संपर्क किया। दलाल राकेश कुशवाह ने हमें एक मॉल में बुलाया… दलाल बोला- लखनऊ में दिला देंगे रिवॉल्वर हमने लोकल सोर्स से लखनऊ के दलाल से बात की। उसने हमें वॉट्सऐप कॉल कर राजधानी में ही रिवॉल्वर दिलाने की बात की। दलाल ने कहा- 6 तारीख को मिलेंगे। आप रुपए देना और माल (रिवॉल्वर) ले लेना। दलाल ने वॉट्सऐप पर भेजे रिवॉल्वर के वीडियो दलाल ने हमें वॉट्सऐप पर 2 वीडियो भेजे। बताया कि ये नए हैं। यूपी में ही बने हैं। इन माउजर की कीमत 75 हजार और 55 हजार रुपए है। अगले दिन फिर एक वीडियो भेजा। इसमें तीसरा माउजर था। चूंकि हमें कोई हथियार खरीदना नहीं था। इसलिए हमने तस्कर और दलालों से आगे संपर्क नहीं किया। हमारा उद्देश्य इन्हें बेनकाब करना था। पुलिस अफसरों ने नहीं दिया कोई जवाब यूपी में खुलेआम बिक रहे हथियारों को लेकर हमने लखनऊ के कमिश्नर अमरेंद्र कुमार सेंगर को कॉल की। लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया। इसके बाद वॉट्सऐप पर उन्हें अपने सवाल भेजे। लेकिन, उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। कासगंज एसपी अंकिता शर्मा से भी फोन पर बात करने की कोशिश की। लेकिन, उन्होंने भी कॉल पिक नहीं की। इसके बाद उनके वॉट्सऐप पर भी सवाल भेजे, लेकिन उन्होंने भी कोई जवाब नहीं दिया। इसी तरह डीसीपी साउथ जोन गोपाल चौधरी और एसीपी अलीगंज ऋषभ यादव ने भी हमारे सवालों का कोई जवाब नहीं दिया। अवैध असलहे की पड़ताल पर वर्जन लेने के लिए हमने कुशीनगर एसपी केशव कुमार मिश्रा को फोन किया। उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया। -------------------------- भास्कर इन्वेस्टिगेशन की ये खबरें भी पढ़ें- यूपी में अफसरों को रुपए की पुड़िया दो…पासपोर्ट बनवाओ:कैमरे पर लिए ₹2000, रिजेक्ट एप्लिकेशन अप्रूव पासपोर्ट दफ्तरों पर चलने वाली दलाली और यहां तैनात विदेश मंत्रालय के अफसरों के रुपए लेने के मामले को एक्सपोज करने के लिए दैनिक भास्कर टीम ने गोरखपुर पासपोर्ट ऑफिस में एक महीने तक इन्वेस्टिगेशन किया। जिस फाइल में कमी बताकर यहां के अफसर ने रिजेक्ट किया, उसी फाइल को APO ने अगले दिन 2 हजार रुपए लेकर अप्रूव कर दिया। पढ़ें पूरी खबर यूपी में चल रहे अफ्रीकन-रशियन गर्ल्स के सेक्स रैकेट:स्पा सेंटर्स में एक्स्ट्रा सर्विस के नाम पर कस्टमर्स फंसा रहे; देखें स्टिंग अफ्रीकन… रशियन… थाई… ये लड़कियां जिस्मफरोशी के लिए खुद की नुमाइश कर रही हैं। यूपी में स्पा सेंटर की आड़ में इंडियन और थाई गर्ल्स से वैश्यावृत्ति कराना आम बात है। अब इन स्पा सेंटरों में काम्पिटिशन इतना बढ़ गया कि ये कस्टमर्स को फंसाने के लिए अफ्रीकन और रशियन गर्ल्स का सेक्स रैकेट चला रहे हैं। सोशल मीडिया से लेकर गली-चौराहे तक इनके एजेंट एक्टिव हैं, जो लड़कियां उपलब्ध करा रहे। पढ़ें पूरी खबर यूपी में फ्लोराइड के पानी से बूढ़े दिखने लगे युवा:करोड़ों खर्च पर काम अधूरा, कुएं-हैंडपंप का गंदा पानी पी रहे राजू की उम्र तो 35 साल है, लेकिन दिखते ऐसे हैं जैसे बूढ़े हो गए हों। 5 साल पहले तक ये ऐसे नहीं थे। लेकिन अब शरीर में इतनी ताकत नहीं बची कि अपने बूते चल सकें। इनके पिता भी ऐसे ही कमजोर और बीमार हैं। वे चारपाई पर पड़े हैं। इन दोनों की बीमारी की वजह है- फ्लोराइड मिला हुआ गंदा पानी पीना। ये दुर्दशा केवल एक गांव की नहीं, यूपी के सोनभद्र जिले के 250 से ज्यादा गांव की है। इन गांवों के लोग फ्लोराइड, आर्सेनिक और हैवी मेटल वाला पानी पीने को मजबूर हैं। पढ़ें पूरी खबर

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