लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में उत्तर प्रदेश कृषि विभाग ने राज्य स्तरीय खरीफ उत्पादकता गोष्ठी का आयोजन किया। यह गोष्ठी प्रदेश के कृषि क्षेत्र में 150 वर्षों की उपलब्धियों को समर्पित थी। 'सस्टेनिंग हेरिटेज, कल्टीवेटिंग फ्यूचर' थीम पर आयोजित इस कार्यक्रम में कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही मुख्य अतिथि रहे। कृषि मंत्री ने किसानों को वैज्ञानिक तरीकों से खेती करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि अनुसंधान के बिना कृषि में प्रगति संभव नहीं है। सीधी धान की बुवाई पर वैज्ञानिकों ने विस्तृत चर्चा की। मंत्री ने बताया कि जिला कृषि अधिकारी किसानों के खेतों की मिट्टी की जांच कर रहे हैं। इस वर्ष 10 लाख कुंतल खरीफ फसल बीज की व्यवस्था की जाएगी। उत्तर प्रदेश अब मक्का उत्पादन में पंजाब के बराबर राज्य मंत्री बलदेव सिंह औलख ने कहा कि कोरोना काल में भी किसानों ने निरंतर काम किया। उत्तर प्रदेश अब मक्का उत्पादन में पंजाब के बराबर पहुंच गया है। योगी सरकार सोलर पंप और बीजों में सब्सिडी दे रही है। प्राकृतिक खेती को बढ़ावा दिया जा रहा है। कृषि उत्पाद आयुक्त ने बताया कि आने वाले समय में हर दो मंडलों में ऐसी गोष्ठियों का आयोजन किया जाएगा। किसानों को कृषि विभाग के पोर्टल से नई योजनाओं की जानकारी लेने और उनका लाभ उठाने की सलाह दी गई।