समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी ने बांसडीह में मीडिया से बातचीत की। उन्होंने राजनीति में बढ़ती अमर्यादित भाषा पर चिंता जताई। चौधरी ने कहा कि राजनीति में शालीनता और मर्यादा सबसे बड़ी पूंजी है। सोशल मीडिया पर की जा रही बेतुकी बातें लोकतंत्र और समाज के लिए दुखद हैं। उन्होंने लोकनायक जयप्रकाश नारायण, पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर और मुलायम सिंह यादव की विचारधारा का जिक्र किया। समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं से उन्होंने अपील की कि वे किसी भी स्थिति में अपशब्दों का प्रयोग न करें। भाजपा नेता चाहे अमर्यादित भाषा का इस्तेमाल करें, लेकिन सपा की पहचान संयम और शालीनता से होनी चाहिए। रामगोविन्द चौधरी ने कहा कि “पद पाना आसान नहीं होता, लेकिन उससे भी बड़ी बात है पद की गरिमा को संभालना। राजनीति में इतनी गिरावट मैंने पहले कभी नहीं देखी।” पूर्व नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि “लोकतांत्रिक तरीके से विरोध होता है और लोकतांत्रिक तरीके से ही जवाब दिया जाता है। राजनीति का मकसद केवल चर्चा में बने रहना नहीं, बल्कि जनता की सेवा करना है।” प्रशासनिक अधिकारियों को संदेश देते हुए चौधरी ने कहा कि वे दबाव में काम न करें। उन्होंने कहा कि सत्ता आती-जाती रहती है, जनता की निष्पक्ष सेवा ही उनकी असली जिम्मेदारी है। चौधरी ने विश्वास जताया कि जनता सब देख रही है और समय आने पर लोकतांत्रिक तरीके से जवाब देगी।