ई-संजीवनी सेवा की लखनऊ के मेडिकल अफसर अनदेखी कर रहे हैं। अगस्त महीने में अस्पतालों के मेडिकल अफसर (एमओ) और कम्युनिटी हेल्थ ऑफीसर (सीएचओ) ने ई-संजीवनी सेवा से एक भी मरीज का इलाज नहीं किया। इस मामले में लखनऊ मंडल के अपर निदेशक ने छह जिलों के सीएमओ को पत्र लिखकर एमओ और सीएचओ पर कार्रवाई करते हुए प्रोत्साहन राशि रोकने का निर्देश दिया है।अपर निदेशक का आदेश मिलने के बाद सीएमओ लखनऊ डॉ. एनबी सिंह ने 404 डॉक्टरों से स्पष्टीकरण मांगा है। इन जिलों में जारी हुआ आदेश लखनऊ मंडल के अपर निदेशक डॉ.जीपी गुप्ता ने लखनऊ, हरदोई, खीरी, रायबरेली, सीतापुर, उन्नाव के सीएमओ को निर्देश दिया कि अगस्त में ई- संजीवनी सेवा से मरीजों को परामर्श नहीं दिया गया है। इसके लिए एमओ और सीएचओ को प्रोत्साहन भत्ता न दिया जाए। सभी को कारण बताओ नोटिस देकर जवाब मांगा जाए। बेहद खास है ई-संजीवनी सुविधा ई-संजीवनी राष्ट्रीय टेलीमेडिसिन सेवा है, जो आपके स्मार्टफोन या कंप्यूटर के माध्यम से डॉक्टरों और विशेषज्ञों से वीडियो परामर्श की सुविधा प्रदान करती है। इस सेवा से घर बैठे ही मुफ्त ऑनलाइन डॉक्टर परामर्श उपलब्ध कराया जाता है। सभी सीएचसी, पीएचसी समेत कई बड़े सरकारी अस्पतालों के डॉक्टर ई संजीवनी सेवा से जुड़े हैं, जो कि एनएचएम के तहत कार्यरत हैं।