लखनऊ के निगोहा गांव में 22 साल पहले लापता हुआ बेटा अपने घर लौट आया है। सोनू नाम का यह युवक 12 साल की उम्र में वर्ष 2002 में अपने चाचा के साथ दिल्ली गया था। वहां से वह लापता हो गया था। परिवार ने दिल्ली में गुमशुदगी दर्ज कराई और काफी तलाश की। लेकिन सोनू का कहीं पता नहीं चला। बेटे के गुम होने के दुख में पिता रामेश्वर लकवे के शिकार हो गए। परिवार ने धीरे-धीरे बेटे के लौटने की उम्मीद छोड़ दी। सोनू जब गांव लौटा तो सबसे पहले अपने पुराने घर की तलाश में गलियों से गुजरता हुआ पहुंचा। गिरा हुआ घर देखकर वह रोने लगा। ग्रामीणों ने उसे परिवार के नए घर तक पहुंचाया। शुरुआत में माता-पिता ने उसे नहीं पहचाना। लेकिन जब सोनू ने बचपन की यादें साझा कीं, तो उन्होंने बेटे को पहचान लिया। सोनू ने बताया कि दिल्ली से लापता होने के बाद वह एक ट्रक ड्राइवर के साथ मुंबई पहुंच गया। वहां एक निःसंतान वृद्ध महिला ने उसे पाल-पोसकर बड़ा किया। उसी महिला की 2021 में मृत्यु हो गई। इसके बाद अकेले पड़े सोनू ने अपने गांव लौटने का फैसला किया। बेटे के लौटने की खुशी में माता-पिता ने मंदिर में प्रसाद चढ़ाया और गांव में मिठाई बांटी। परिवार ने कहा कि 22 साल की तपस्या के बाद भगवान ने उनकी मुराद पूरी की है।