लखनऊ में बंद घरों की रेकी कर चोरी करने वाले टोपी-मॉस्क गैंग का पुलिस ने पर्दाफाश किया है। चिनहट पुलिस ने बुधवार को गिरोह के सरगना समेत तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया। ये लोग दिन में घर की रेकी करते और रात में कार से पहुंचकर चोरी की वारदात को अंजाम देते थे। गिरोह के सरगना अमित रस्तोगी पर पहले से ही गैंगेस्टर समेत 21 मुकदमे दर्ज हैं। वह दो बार पुलिस मुठभेड़ में भी पकड़ा जा चुका है और तीन माह पहले ही जेल से छूटकर आया था। दो घरों में की थी लाखों की चोरी इंस्पेक्टर चिनहट दिनेश चंद्र मिश्र ने बताया कि 11 अगस्त को मल्हौर निवासी अभिषेक राय ने घर से डेढ़ लाख नकद और 25 लाख रुपए कीमत के जेवर चोरी होने की तहरीर दी थी। वहीं, 4 सितंबर को लौलाई निवासी सूर्यपाल कश्यप के घर से भी लाखों की चोरी हुई थी। इन मामलों की जांच में पुलिस ने गोमतीनगर विस्तार के छोटा भरवारा निवासी अमित रस्तोगी, बहराइच के रूपैडिया निवासी अभिनंदन यादव और बाराबंकी रामनगर के नर सिंह गौतम को मल्हौर रेलवे स्टेशन के पास से गिरफ्तार किया। 6 लाख कीमत के जेवर और कार बरामद गिरफ्तार आरोपियों के पास से 6 लाख रुपए कीमत के सोने-चांदी के जेवर और चोरी में इस्तेमाल कार बरामद हुई है। पुलिस के मुताबिक गिरोह का सरगना अमित रस्तोगी पहले भी कई बार जेल जा चुका है और अपराध की दुनिया में उसकी पहचान सक्रिय अपराधी के रूप में है। ऐसे देते थे वारदात को अंजाम पूछताछ में खुलासा हुआ कि गैंग के सदस्य दिन में टोपी और मॉस्क पहनकर बंद घरों की रेकी करते थे। रात में कार से पहुंचकर अमित बाहर गाड़ी में ही बैठा रहता था, जबकि अभिनंदन और नर सिंह घर के भीतर घुसकर चोरी करते थे। इस बीच कोई टोके तो अमित रास्ता भूलने का बहाना बनाकर गाड़ी आगे बढ़ा देता था।