लखनऊ में ट्राई कलर लाइट की डिमांड बढ़ी:विजिबिलिटी कम होने पर भी दिखता है रास्ता, LED बल्ड का भी क्रेज

Dec 31, 2025 - 13:00
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लखनऊ में ट्राई कलर लाइट की डिमांड बढ़ी:विजिबिलिटी कम होने पर भी दिखता है रास्ता, LED बल्ड का भी क्रेज
लखनऊ में पड़ रही भीषण ठंड और कोहरे ने जनजीवन प्रभावित कर दिया है। कोहरे की वजह से विजिबिलिटी घटने से वाहन चालक परेशान हो रहे हैं। हाईवे, मुख्य सड़क ही नहीं कॉलोनियों में भी वाहन चलाने में दिक्कत हो रही है। इसकी वजह से तमाम लोग अपने वाहन में फॉग लाइट लगवा रहे हैं। सबसे ज्यादा डिमांड ट्राई कलर लाइट की है। कुछ लोग हैलोजन लाइट की जगह एलईडी लाइट लगवा रहे हैं। हॉर्न भी चेंज करा रहे हैं। इसकी वजह से कार बाजारों में रौनक आ गई है। कोहरे में रेंगते नजर आते हैं वाहन कोहरे का असर शहर की सड़कों पर साफ दिखता है। मुख्य मार्गों से लेकर मोहल्लों की सड़कों तक वाहन रेंगते नजर आते हैं। सुबह के समय दफ्तर और स्कूल जाने वाले लोगों को सबसे ज्यादा परेशानी होती है। विजिबिलिटी कम होने के कारण कई जगह लंबा जाम लगता है। हल्की टक्कर से लेकर बड़े हादसों का खतरा बनता है। फॉग लाइट लगवा रहे लोग कोहरे में ड्राइविंग को सुरक्षित बनाने के लिए लोग अब गाड़ियों की हेडलाइट बदलवा रहे हैं। हेडलाइट बदलवाने आए आशुतोष ने बताया- अपनी नई गाड़ी में फॉग लाइट लगवाई है। पहले सफेद रोशनी वाली लाइट थी। कोहरे में उससे साफ दिखाई नहीं देता था। धुंध और रिफ्लेक्शन ज्यादा हो जाता था। कई बार हादसा होते-होते बचा। फॉग लाइट में विजिबिलिटी बेहतर मिलती है, इसी वजह से यह बदलाव करवा रहा हूं। ट्राई-कलर लाइट की डिमांड बढ़ी दुकानदार पिंटू ने बताया कि इन दिनों बाजार में ट्राई कलर लाइट की सबसे ज्यादा मांग है। इसमें पीली, सफेद और ब्राइट वाइट तीनों तरह की रोशनी मिलती है, जिसे जरूरत के अनुसार बदला जा सकता है। कोहरे में पीली लाइट ज्यादा कारगर साबित होती है। लोग बंपर में एक्स्ट्रा फॉग लाइट भी लगवा रहे हैं। उसे बाद में हटाया जा सकता है। इनकी कीमत करीब 1000 से 2000 रुपये तक है। उन्होंने बताया कि जीएसटी बढ़ने के बावजूद लाइटों का दाम लगभग स्थिर है। एडवांस यलो लाइट और पावरफुल एलडी का बढ़ा इस्तेमाल लालबाग के वाहन मैकेनिक हिसाम अंसारी ने बताया कि सर्दियों में घना कोहरा होने से सामान्य लाइटों का विजन काफी कम हो जाता है। ऐसे में एडवांस येलो लाइट ज्यादा प्रभावी साबित होती है, जिससे सड़क साफ नजर आती है। दुर्घटना की आशंका कम हो जाती है। उन्होंने बताया कि लोग अब 200 से 300 वाट की क्षमता वाले एलईडी बल्ब भी ज्यादा लगवा रहे हैं। ये कम पावर में ज्यादा रोशनी देते हैं। कोहरे को बेहतर तरीके से काटते हैं। कोहरे में हॉर्न भी बना जरूरी, क्रेटा टाइप हॉर्न ट्रेंड में कोहरे के मौसम में सिर्फ लाइट ही नहीं, बल्कि हॉर्न की अहमियत भी बढ़ गई है। हिसा अंसारी के मुताबिक, लोग अच्छी क्वालिटी के हॉर्न लगवा रहे हैं, ताकि सामने वाले वाहन को समय रहते अलर्ट किया जा सके। इन दिनों क्रेटा टाइप हॉर्न काफी ट्रेंड में हैं, जिन्हें लोग बदल-बदल कर लगवाना पसंद कर रहे हैं। बैक लाइट और सड़क की पट्टियां बनती हैं सहारा रोडवेज बस चालक वीरेंद्र बिहारी सिंह ने बताया कि बसों में फॉग लाइट तो लगी होती है। उससे मदद मिलती है, लेकिन जब कोहरा बहुत ज्यादा होता है, तब सामने चल रही गाड़ियों की बैक लाइट और सड़क पर बनी लाल,पीली व सफेद पट्टियों को देखकर ही बस चलाई जाती है। उन्होंने कहा कि कोहरे में स्पीड कम रखी जाती है और पूरी सावधानी बरती जाती है, ताकि किसी तरह की दुर्घटना न हो।

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