लखनऊ में अंतरराष्ट्रीय दिव्यांगजन दिवस के अवसर पर एनएडीटी, रीजनल कैंपस में 'पर्पल फेयर' का आयोजन किया गया। भारतीय उद्योग परिसंघ (CII) के सहयोग से आयोजित इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य दिव्यांगजनों की प्रतिभा, आत्मनिर्भरता और सामाजिक समावेशन को बढ़ावा देना था। सामाजिक कल्याण, अनुसूचित जाति एवं जनजाति कल्याण विभाग के राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) असीम अरुण ने मुख्य अतिथि के रूप में कार्यक्रम का उद्घाटन किया और संबोधित किया। उन्होंने कहा कि दिव्यांग समावेशन के लिए संस्थानों, गैर-सरकारी संगठनों और युवा स्वयंसेवकों का बड़े स्तर पर एकजुट होना समाज के वास्तविक कल्याण का प्रतीक है। मंत्री ने जोर दिया कि जब सरकार, संस्थान और समाज मिलकर काम करते हैं, तो कोई भी पीछे नहीं छूटता। उन्होंने इस पहल के लिए एनएडीटी और CII के प्रयासों की सराहना की। मेले में हस्तशिल्प कलाकृतियों की प्रदर्शनी उद्घाटन सत्र में कई प्रमुख वक्ताओं ने भी अपने विचार साझा किए। इनमें एनएडीटी के अतिरिक्त महानिदेशक नील जैन (IRS), यूपी व्हीलचेयर क्रिकेट बोर्ड के सचिव विजय सिंह बिष्ट, आयकर, एनएडीटी की संयुक्त निदेशक अन्विक्षा शर्मा (IRS) और CII उत्तर प्रदेश के उपाध्यक्ष तथा अवध रेल इन्फ्रा लिमिटेड के प्रबंध निदेशक अभिषेक सर्राफ शामिल थे। इस मेले में दिव्यांगजनों द्वारा निर्मित हस्तशिल्प, कलाकृतियों और नवाचारों की एक विशेष प्रदर्शनी लगाई गई। विभिन्न गैर-सरकारी संगठनों के दिव्यांग बच्चों ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ दीं, जिन्हें दर्शकों ने सराहा। इन आयोजनों ने समावेशन, कौशल विकास और सशक्तिकरण का सशक्त संदेश दिया। कार्यक्रम में प्रमुख संस्थाओं ने हिस्सा लिया इस आयोजन में आशायें, दृष्टि सामाजिक संस्थान, समृद्धि संस्थान, नेशनल एसोसिएशन फॉर द ब्लाइंड, आरएसवीआई, जीवन ज्योति सामाजिक संस्थान और आई सपोर्ट फाउंडेशन सहित कई संस्थाओं ने सक्रिय रूप से सहभागिता की।कार्यक्रम में बड़ी संख्या में आगंतुक पहुंचे, जिन्होंने प्रतिभागियों की रचनात्मकता और आत्मविश्वास की सराहना की।