लखनऊ में भारत सरकार के 'स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार अभियान' के तहत स्वास्थ्य एवं जागरूकता शिविर आयोजित किए गए। यह अभियान 17 सितंबर से 2 अक्टूबर तक चला, जिसका मुख्य उद्देश्य महिलाओं, बच्चों और आम लोगों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करना था। इन शिविरों का आयोजन राजकीय होम्योपैथिक चिकित्सालय की वरिष्ठ अधिकारी डॉ. अफीफ़ा फाख़री और जगदम्बा योग फेडरेशन सोसाइटी की अध्यक्षा रोमा हेमवानी के नेतृत्व में किया गया। ये शिविर शहर के डांडिया पांडे टोला, मिर्ज़ा बाग, जे-पीली कॉलोनी महानगर, पूरनिया क्रॉसिंग अलीगंज, फैजुल्लागंज और आयुष्मान आरोग्य मंदिर सहित विभिन्न क्षेत्रों में लगाए गए। इनमें महिलाओं, बच्चों और स्थानीय निवासियों को स्वास्थ्य संबंधी महत्वपूर्ण जानकारी दी । रोगों से बचाव की जानकारी दी शिविरों के दौरान स्वच्छता के महत्व और विभिन्न रोगों से बचाव के उपायों पर विशेष जोर दिया गया। प्रतिभागियों को स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित किया गया।डॉ. अफीफ़ा फाख़री ने अपने संबोधन में कहा कि रोगों से बचाव का सबसे सरल मार्ग प्राचीन भारतीय जीवनशैली को अपनाना है। उन्होंने बताया कि प्राकृतिक आहार, दिनचर्या और स्वच्छ आदतें ही अच्छे स्वास्थ्य की कुंजी हैं। योग रोग निवारण का सर्वोत्तम उपाय वहीं, रोमा हेमवानी ने योग को रोग निवारण का सर्वोत्तम उपाय बताते हुए कहा कि योग शारीरिक, मानसिक और आत्मिक स्तर पर संपूर्ण लाभ प्रदान करता है। उन्होंने जोर दिया कि इसका नियमित अभ्यास व्यक्ति को निरोग रखता है।इस अवसर पर चंद्रेश यादव और सीमा यादव ने बच्चों को 'करो योग, रहो निरोग' का संदेश दिया और उन्हें स्वास्थ्य व स्वच्छता का पाठ पढ़ाया। शिविरों में जरूरतमंद परिवारों को तौलिए, स्वच्छता सामग्री और फलों का वितरण भी किया गया।स्थानीय लोगों की सक्रिय भागीदारी से यह कार्यक्रम उत्साहपूर्ण रहा। उर्मिला व सुशीला बाल्मीकि, अफरीदी, चांद मियां, राममूरत, छोटे लाल, रघुनाथ, अजय कश्यप, शुभम, पूनम देवी, विमला देवी, अनिल कुमार, नेहा, मिताली, दीपाली, करन और अमित राजपूत सहित अनेक लोग अपने परिवार और आस-पड़ोस के साथ मौजूद रहे।