गंगा में बाढ़ का पानी अब आबादी की ओर बढ़ चला है। घाटों को जलमग्न करने के बाद गंगा गलियों की ओर बढ़ने लगी हैं। ढाब क्षेत्र की खेती प्रभावित होने लगी है। शहर में सोमवार को पानी दशाश्वमेध घाट स्थित जल पुलिस चौकी तक पहुंच गया। सुबह 8 बजे गंगा का जलस्तर 68.48 मीटर पर पहुंच गई है। रफ्तार 4 सेंटीमीटर प्रति घंटे हो गया है। सबसे पहले देखें तस्वीर... गंगा के जलस्तर में बढ़ोतरी की रफ्तार लगातार जारी है। बनारस में गंगा का जलस्तर चेतावनी बिंदु से महज 2.14 मीटर नीचे है। रविवार को जलस्तर बढ़ने के कारण हरिश्चंद्र घाट की गलियों में शवदाह शुरू हो गया है। शीतला मंदिर में गंगा के प्रवेश होने की आशंका को देखते हुए पुजारी ने मंदिर से सामान हटाकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया है। वही, वाराणसी का अस्सी घाट भी जलमग्न हो गया है। नमस्ते स्क्ल्पचर से आगे बढ़ी गंगा नमो घाट पर बने सबसे बड़ा नमस्ते स्क्ल्पचर से आगे गंगा बढ़ चुकी हैं। वरुणा में पलट प्रवाह से पलायन की तैयारियां शुरू हो गई हैं। रविवार को केंद्रीय जल आयोग द्वारा जारी बाढ़ बुलेटिन के अनुसार शनिवार रात से रविवार रात आठ बजे तक 24 घंटे में जलस्तर सवा दो फीट की बढ़ोतरी हुई है। गंगा का जलस्तर एक मीटर और बढ़ा तो वरुणा, असि एवं गोमती में गंगा का पलट प्रवाह तेज होने की आशंका है। ढाब क्षेत्र में किसानों की बढ़ीं मुश्किलें गंगा के जलस्तर में लगातार हो रही वृद्धि से चिरईगांव ब्लॉक का ढाब क्षेत्र बाढ़ की चपेट में आता जा रहा है। सबसे अधिक प्रभावित इलाके में रामचंदीपुर से मोकलपुर तक के किसानों की सब्जियों की फसलें जलमग्न होने लगी हैं। कलेक्ट्रेट परिसर स्थित जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण कार्यालय में बाढ़ कंट्रोल रूम खोल दिया गया है। यहां तीन शिफ्ट में अधिकारी एवं कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है। कंट्रोल रूम का दूरभाष संख्या 0542-2508550, 2504170 एवं व्हाट्सप्प नम्बर 9140037137 है।