उत्तर प्रदेश को 2047 तक विकसित राज्य बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। बरेली में 8 और 9 सितंबर को "समर्थ उत्तर प्रदेश – विकसित उत्तर प्रदेश @2047" अभियान के तहत दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा। जिलाधिकारी अविनाश सिंह ने कलेक्ट्रेट सभागार में अधिकारियों के साथ कार्यशाला की तैयारियों की समीक्षा की। यह अभियान विकास योजनाओं का रोडमैप तैयार करेगा। इसमें नागरिकों की आकांक्षाओं को भी शामिल किया जाएगा। विजन डॉक्यूमेंट तीन प्रमुख थीम पर आधारित होगा। ये हैं - अर्थ शक्ति, सृजन शक्ति और जीवन शक्ति। इस योजना में 12 प्रमुख सेक्टरों पर ध्यान दिया जाएगा। इनमें कृषि, पशुधन संरक्षण, औद्योगिक विकास शामिल हैं। साथ ही आईटी, उभरती तकनीक, पर्यटन, नगर विकास और ग्राम्य विकास पर भी फोकस होगा। स्वास्थ्य, शिक्षा, सुरक्षा और सुशासन भी प्राथमिकता में हैं। सेवानिवृत्त आईएएस, आईपीएस, वैज्ञानिक, शिक्षाविद् और अन्य विशेषज्ञों को इस अभियान से जोड़ा गया है। ये विशेषज्ञ जनपदों में जाकर विभिन्न वर्गों से संवाद करेंगे। छात्र, शिक्षक, किसान, उद्यमी, व्यवसायी और श्रमिक संगठनों से फीडबैक लिया जाएगा। कार्यक्रम में सीडीओ देवयानी, अपर नगर आयुक्त शशि भूषण, बरेली विकास प्राधिकरण के सचिव और जिला अर्थ एवं संख्या अधिकारी सहित अन्य विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।