ललितपुर में एक होमगार्ड जवान की इलाज के अभाव में मौत के मामले में दोषी पाए गए चिकित्सक को सीएससी से हटा दिया गया है। सीएमओ ने चिकित्सक को मुख्यालय से अटैच कर दिया है। घटना 18 जून की है, जब थाना बार के ग्राम चुनगी निवासी 52 वर्षीय मोहनलाल अहिरवार बानपुर में ड्यूटी करने के बाद घर लौट रहे थे। बानपुर-कैलगुवां मार्ग पर मर्राेली के पास सड़क दुर्घटना में वे घायल हो गए। उन्हें बार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया। स्वास्थ्य केंद्र में तैनात डॉक्टर वंश गोपाल गुप्ता ने घायल होमगार्ड का इलाज नहीं किया। वह अपने कमरे में शराब पीते रहे। घायल होमगार्ड आधे घंटे तक स्ट्रेचर पर तड़पता रहा और उसकी मौत हो गई। मौत के बाद जब चिकित्सक ने दरवाजा खोला, तो वह अर्धनग्न अवस्था में और नशे में था। उसने तीमारदारों से कहा कि मर गया तो ठीक है। तीमारदारों ने चिकित्सक का वीडियो बना लिया। सीएमओ डॉ. इम्तियाज अहमद ने मामले की जांच के लिए दो सदस्यीय कमेटी बनाई। अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. वीरेंद्र सिंह और उप मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. अवधेश कुमार की जांच में चिकित्सक दोषी पाया गया। घटना के बाद आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता मृतक के घर पहुंचे। भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष ने शासन को पत्र लिखकर चिकित्सक पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है।