सीनियर कांग्रेस नेता शशि थरूर ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के बारे में उनका आर्टिकल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पार्टी BJP में शामिल होने का संकेत नहीं है, बल्कि राष्ट्रीय एकता, हित और भारत के लिए खड़े होने का बयान है। सोमवार को द हिंदू में पब्लिश एक आर्टिकल में थरूर ने लिखा था कि मोदी की ऊर्जा, गतिशीलता और जुड़ने की इच्छा वैश्विक मंच पर भारत के लिए प्रमुख संपत्ति बनी हुई है, लेकिन इसे और ज्यादा सपोर्ट मिलना चाहिए। इस आर्टिकल को थरूर का कांग्रेस पार्टी को नाराज करने और उसकी लीडरशिप के साथ उनके संबंधों में बढ़ती दरार के रूप में देखा गया। हालांकि कांग्रेस ने थरूर के बयान से यह कहकर किनारा कर लिया कि यह उनकी निजी राय सकती है, पूरी पार्टी की नहीं। मॉस्को में मीडिया से चर्चा करते हुए सांसद शशि थरूर ने ऑपरेशन सिंदूर और पीएम मोदी की तारीफ पर कहा, "मैंने यह इसलिए कहा क्योंकि प्रधानमंत्री ने खुद दूसरे देशों के साथ बातचीत में गतिशीलता और ऊर्जा दिखाई है। उन्होंने किसी भी प्रधानमंत्री की तुलना में ज्यादा देशों की यात्रा की है और ऐसा उन्होंने भारत के संदेश को दुनिया भर में ले जाने के लिए किया है।" थरूर के बयान की बड़ी बातें... कांग्रेस का दावा- मोदी सरकार की विदेश नीति पूरी तरह असफल थरूर ने प्रधानमंत्री की प्रशंसा ऐसे समय में की है जब कांग्रेस लगातार मोदी सरकार पर उसकी विदेश नीति को लेकर हमला कर रही है। कांग्रेस का आरोप है कि भारतीय कूटनीति बिखर रही है और देश वैश्विक स्तर पर अलग-थलग पड़ गया है। वहीं, पहलगाम हमले के बाद से थरूर भारत-पाकिस्तान संघर्ष और कूटनीतिक पहुंच पर ऐसी टिप्पणियां कर रहे हैं जो कांग्रेस के रुख से अलग हैं। कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने दावा किया कि अमेरिका का भारत की यात्रा करने वाले उसके नागरिकों के लिए एडवाइजरी जारी करना देश को बदनाम करता है। कांग्रेस ने मांग की कि सरकार को अपना विरोध दर्ज कराना चाहिए और साथ ही सख्त रुख अपनाना चाहिए। उसने यह भी दावा किया कि मोदी सरकार की विदेश नीति पूरी तरह से असफल हो गई है।