शामली पुलिस के साथ मुठभेड़ में मारा गया मोहम्मद फैसल मेरठ के लोहिया नगर थाना क्षेत्र स्थित फतेउल्लापुर का निवासी था। वह अपनी पत्नी जैनब के साथ काफी समय से मुजफ्फरनगर के खालापार में रह रहा था। पोस्टमार्टम के बाद फैसल का शव शाम 7:15 बजे उसके पैतृक घर फतेउल्लापुर पहुंचा, जहां उसे देखने के लिए सैकड़ों की भीड़ जमा हो गई। पुलिस एनकाउंटर में मारे गए फैसल के परिवार वालों ने शामली पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि पुलिस ने उसे मुजफ्फरनगर स्थित खालापार में उसके घर से उठाया और फिर उसका एनकाउंटर कर दिया। लोहियानगर थाना क्षेत्र के गांव फतेउल्लापुर का रहने वाला मोहम्मद फैसल, पुत्र अकील, जीवा गैंग का शार्प शूटर था। फैसल पर लूट, डकैती और हत्या के 17 मुकदमे दर्ज थे। वह करीब 3 साल से मुजफ्फरनगर स्थित खालापार में अपनी ससुराल में पत्नी जैनब और आठ माह के बेटे के साथ रह रहा था। शामली पुलिस के अनुसार, बृहस्पतिवार रात को फैसल ने एक दंपति से बाइक लूटी थी। सूचना मिलते ही पुलिस ने घेराबंदी की। पुलिस ने जब दो संदिग्ध बाइक सवार युवकों को रोकने का प्रयास किया, तो उन्होंने पुलिस पर गोलियां चला दीं। पुलिस मुठभेड़ के दौरान फैसल की मौत हो गई थी। शुक्रवार को उसका पोस्टमार्टम कराया गया और पुलिस सुरक्षा में उसके शव को फतेउल्लापुर स्थित उसके घर भेजा गया, जहां रात 8 बजे उसे निकट के कब्रिस्तान में दफना दिया गया। जीवा गैंग के शार्प शूटर मोहम्मद फैसल के पिता अकील ने शामली पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए बताया कि उनके बेटे फैसल ने काफी समय पहले गलत काम छोड़ दिए थे और वह अपनी तारीखों पर पेश हो रहा था। अकील का आरोप है कि शामली पुलिस ने फैसल को उसके घर से उठाया और उसका एनकाउंटर कर दिया।