संभल में गणेश चतुर्थी के अवसर पर जिले भर में धार्मिक उल्लास का माहौल है। शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में 1000 से अधिक स्थानों पर गणपति की प्रतिमाएं स्थापित की गई हैं। 27 अगस्त से 7 सितंबर तक चलने वाले इस उत्सव में कुछ स्थानों पर 11 दिन और कुछ पर 5 दिन की स्थापना की गई है। मंदिरों और घरों में विधि-विधान से पूजा-अर्चना की जा रही है। कोतवाली क्षेत्र के मौहल्ला ठेर, महमूद खां सराय, शेर खां सराय, कोट पूर्वी, दुर्गा कालोनी समेत कई इलाकों में शोभायात्रा निकाली गई। श्रद्धालुओं ने ढोल-नगाड़ों की धुन पर नृत्य किया और गणपति के भजन गाए।हयातनगर, सरायतरीन, बहजोई, बबराला, गुन्नौर, कैलादेवी, नखासा, असमोली और रायसत्ती क्षेत्र में भी गणपति विराजमान हुए हैं। श्रद्धालुओं ने फूलों की वर्षा की और मंदिरों में आरती की। पहले 4 तस्वीरें देखिए... सभासद गगन वार्ष्णेय के अनुसार, शोभायात्रा के बाद मंदिरों में भगवान की स्थापना की गई। महाभोग लगाने के बाद प्रसाद का वितरण किया गया। इस दौरान गणपति बप्पा मोरिया के जयकारों से पूरा शहर गुंजायमान रहा। कैलाश ने बताया कि हमने भगवान श्री गणेश प्रतिमा की स्थापना की है और 11 दिन सेवा करने के बाद अवंतिका गंगा जी जाकर विसर्जन करेंगे। शशि ने बताया कि भगवान श्रीगणेश की प्रतिमा लेकर आए हैं और कोतवाली के बराबर में शिव मंदिर में इसकी स्थापना की है। सचिन शर्मा ने बताया कि पिछले 8 वर्षों से गणपति बप्पा को शिव मंदिर में स्थापित कर रहे हैं। 11 दिन की पूजा के बाद बुलंदशहर के जेपी घाट अनूपशहर में विसर्जन किया जाएगा। मनोज कुमार ने बताया कि गणपति बप्पा की चारों ओर धूम देखने को मिल रही है, संभल शहर में भी अब गणपति बप्पा का बड़ा आयोजन गली-गली होने लगा है।