ललितपुर पुलिस ने हाईवे पर शव रखकर जाम लगाने के मामले में 76 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। इनमें 16 नामजद, 45 अज्ञात पुरुष और 15 अज्ञात महिलाएं शामिल हैं। मामला जमालपुर गांव का है, जहां सुखलाल सहरिया नाम के 30 वर्षीय व्यक्ति की कानपुर के पनकी में मजदूरी के दौरान मृत्यु हो गई थी। सुखलाल को ठेकेदार अशोक बरार रेलवे की मजदूरी के लिए कानपुर ले गया था। 12 जून को सुखलाल की तबीयत बिगड़ी और अस्पताल में उनकी मृत्यु हो गई। तीन घंटे से अधिक समय तक हाईवे किया था जाम 13 जून को ठेकेदार शव को एम्बुलेंस से गांव लेकर आया। मृतक के परिजनों ने मौत के कारण से असंतुष्ट होकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। सतीश कलार, सुखलाल कलार, हरनाम सिंह, जितेंद्र राजा समेत कई लोगों ने शव को झांसी-ललितपुर हाईवे पर रख दिया। तीन घंटे से अधिक समय तक हाईवे जाम रहा। इस दौरान दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतारें लग गईं। जाम में फंसे यात्रियों, खासकर बुजुर्गों और बच्चों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। पुलिस की समझाइश के बावजूद प्रदर्शनकारियों ने हंगामा जारी रखा। चौकी इंचार्ज तेरई फाटक मानवेंद्र सिंह ने मामले में रिपोर्ट दर्ज कराई है। पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी है, जिससे क्षेत्र में हड़कंप मचा हुआ है।