देवरिया जिले के बरहज थाना क्षेत्र के लहछुआ गांव में मंगलवार को शोक का माहौल छा गया। सरयू नदी में डूबे तीन किशोरों के शव बरामद होने के बाद उनका एक साथ अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान सरयू घाट पर मौजूद सभी लोगों की आंखें नम हो गईं। सोमवार को लहछुआ गांव के विवेक कुमार (19), रणजीत (18), शेखर (15) और गांगुली (15) मां दुर्गा की पूजा के लिए कलश भरने सरयू नदी के घाट पर गए थे। नदी में तेज बहाव के कारण चारों गहरे पानी में चले गए। शोर सुनकर एक नाविक ने गांगुली को बचा लिया, लेकिन विवेक, रणजीत और शेखर नदी की तेज धारा में बह गए। पुलिस और गोताखोरों की मदद से मंगलवार दोपहर, लगभग 24 घंटे की तलाश के बाद, तीनों किशोरों के शव अलग-अलग स्थानों से बरामद किए गए। शव मिलने की सूचना पर गांव में कोहराम मच गया और परिजन घटनास्थल की ओर दौड़ पड़े। पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पोस्टमार्टम के बाद मंगलवार देर शाम शव परिजनों को सौंप दिए गए। ग्रामीण शवों को लेकर बरहज स्थित सरयू घाट पहुंचे, जहां तीनों का एक साथ अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान परिजनों का विलाप और चिताओं से उठती लपटें देखकर वहां मौजूद सभी लोग भावुक हो गए। पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई। तीन किशोरों की असमय मौत से पूरे गांव में गहरा सन्नाटा पसरा हुआ है। परिजनों का हाल बेहाल है। ग्रामीणों ने बताया कि दुर्गा पूजा जैसे शुभ अवसर पर हुई इस घटना ने पूरे गांव को झकझोर कर रख दिया है। गांव के हर घर में मातम का माहौल है।