सहारनपुर के रामपुर मनिहारान कोतवाली क्षेत्र में मंगलवार रात भीम आर्मी और आजाद समाज पार्टी के कार्यकर्ताओं ने जमकर प्रदर्शन किया। कार्यकर्ताओं ने कोतवाल सत्येंद्र सिंह पर आसपा के विधानसभा उपाध्यक्ष जनक सिंह के साथ अभद्रता करने का आरोप लगाया है। यह मामला बड़गांव मार्ग पर हुए एक सड़क हादसे से जुड़ा है। जानकारी के अनुसार, मंगलवार देर शाम शिवदासपुर पुलिया के पास दो युवक अज्ञात वाहन की टक्कर से घायल हो गए थे। इसी दौरान वहां से गुजर रहे आसपा के विधानसभा उपाध्यक्ष जनक सिंह ने घायलों की मदद की और उनके परिजनों को सूचना दी। घटना स्थल पर कोतवाल सत्येंद्र सिंह भी पुलिस टीम के साथ पहुंचे थे। आसपा पदाधिकारियों का आरोप है कि कोतवाल घायलों को जनक सिंह की बाइक पर अस्पताल भेजने लगे। जब जनक सिंह ने गंभीर हालत को देखते हुए एंबुलेंस या पुलिस वाहन से भेजने का सुझाव दिया, तो कोतवाल भड़क गए और उनसे अभद्र व्यवहार किया। आरोप है कि जब जनक सिंह ने खुद को भीम आर्मी आजाद समाज पार्टी से बताया, तो कोतवाल ने कथित तौर पर कहा, भीम आर्मी क्या है? इस टिप्पणी से कार्यकर्ताओं में आक्रोश फैल गया। घटना की सूचना मिलते ही भीम आर्मी और आसपा के सैकड़ों कार्यकर्ता विधानसभा अध्यक्ष अनुज चंद्रा के नेतृत्व में कोतवाली पहुंच गए। उन्होंने नारेबाजी करते हुए कोतवाल के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। कार्यकर्ताओं ने चेतावनी दी कि यदि कोतवाल ने सार्वजनिक रूप से माफी नहीं मांगी, तो बुधवार को बड़ा आंदोलन किया जाएगा और एसएसपी को ज्ञापन सौंपा जाएगा। लंबे समय तक चले हंगामे के बाद पुलिसकर्मियों ने मौके पर पहुंचकर कार्यकर्ताओं को शांत कराने का प्रयास किया। लेकिन वह कोतवाल को मौके पर बुलाने की जिद पर अड़े रहे। मंगलवार रात 9:30 बजे तक कोतवाली के बाहर भीड़ डटी रही। इस मामले में कोतवाली प्रभारी सतेंद्र नागर से संपर्क करने का प्रयास किया गया, लेकिन उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया।