फतेहपुर में एक युवक की गुमशुदगी के मामले में हाईकोर्ट इलाहाबाद के आदेश पर बड़ी कार्रवाई हुई है। जहानाबाद थाना प्रभारी सतपाल सिंह, क्राइम ब्रांच इंस्पेक्टर सतेंद्र राय और एसआई राजेंद्र गुप्ता को निलंबित कर दिया गया है। मामला कानपुर के घाटमपुर निवासी रामशरण द्विवेदी का है। वह 2017 से लापता हैं। पुलिस पर ही अपहरण का आरोप है। रामशरण के भाई रामनारायण द्विवेदी के अनुसार, पैतृक संपत्ति विवाद के चलते 2016 में उनके भाई कौशल किशोर के बहकावे पर पुलिस कार्रवाई हुई थी। जेल से छूटने के बाद अप्रैल 2017 में रामशरण जहानाबाद लौटा। पुलिस ने उसके कमरे पर ताला लगा दिया था। हाईकोर्ट के आदेश पर ताला खुला, लेकिन सामान गायब था। इसके बाद वह अपने पैतृक गांव घाटमपुर के महोलिया में रहने लगा। वकील के साथ जा रहा था कचहरी
4 नवंबर 2017 को रामशरण वकील अजय सिंह के साथ फतेहपुर कचहरी जा रहा था। रास्ते में तत्कालीन थानाध्यक्ष धर्मेंद्र कुमार, एसएसआई नरेंद्र प्रताप सिंह, एसआई सुशील यादव और पांच कांस्टेबलों ने उसे पकड़ लिया। तब से वह लापता है। 8 लोगों के खिलाफ हुई थी FIR परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने षड्यंत्र के तहत अपहरण कर हत्या कर दी। इस मामले में थानाध्यक्ष धर्मेंद्र सहित 8 पुलिसकर्मियों के खिलाफ 2017 में ही अपहरण की एफआईआर दर्ज की गई थी। अब 2017 के बाद जहानाबाद थाने में नियुक्त सभी थानाध्यक्षों पर कार्रवाई की संभावना है।